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13वीं विदेशी भाषा बाइबल प्रचार प्रतियोगिता

  • Nation | कोरिया
  • Date | August 27, 2017
ⓒ 2017 WATV
ध्वनि और अक्षर जैसे साधन को जो विचार, भावना, ज्ञान या जानकारी पहुंचाता है, “भाषा” कहा जाता है। भाषा लोगों को एक दूसरे से जोड़ती है और विचारों का आदान–प्रदान करने का बुनियादी साधन है। सुसमाचार के प्रचार का कार्य भी ऐसा ही है। जीवन के सत्य का प्रचार करने और सिखाने का कार्य जिसे करने की आज्ञा परमेश्वर ने दी है, प्राय: भाषा के द्वारा किया जाता है। दूसरी भाषा बोलेनेवाले देशों में सुसमाचार का प्रचार करने और सिय्योन को स्थापित करने के लिए भाषा सीखना अत्यावश्यक है।

27 अगस्त को, 13वीं विदेशी भाषा बाइबल प्रचार प्रतियोगिता ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित की गई। इस वर्ष मार्च में आयोजित पहली प्रतियोगिता के बाद, यह दूसरी प्रतियोगिता है। इसमें सदस्यों और पुरोहित कर्मचारियों समेत कुल 5,000 सदस्य उपस्थित थे जो 7 अरब लोगों को प्रचार करने के मिशन को पूरा करने के लिए विदेशों में प्रचार करने का सपना देखते थे। और उन्होंने अपनी विदेशी भाषा बोलने की क्षमता की जांच करते हुए अपने उत्साह को और गर्म किया।

उस दिन मध्याह्न को उद्घाटन की आराधना शुरू हुई। माता उन उपस्थित सदस्यों के विश्वास और सपने से प्रसन्न हुईं जो अपने विश्वास को मजबूत करके परमेश्वर की महिमा प्रदर्शित करने और समुद्र के पार अजनबियों को बचाने के लिए प्रयास करते हैं। और माता ने उनके भविष्य के लिए प्रार्थना की कि पवित्र आत्मा की आशीष उन पर बनी रहे।

माता ने यह आशा जताई कि वे भाषा की बाधा के प्रति डर और चिंताओं को दूर करेंगे, और कहा, “सभी जातियों को उद्धार का संदेश सुनाने के लिए सभी जातियों की भाषाएं जानना महत्वपूर्ण है। लेकिन आत्मविश्वास, साहस और विश्वास भाषा के जितने ही महत्वपूर्ण हैं। आइए हम सत्य में बहुत सी आत्माओं की अगुवाई करने के लिए वचन के सारे हथियार बांधकर भाषा बोलने की क्षमता को विकसित करें और पूरे संसार में सुसमाचार का प्रचार करें।”

प्रधान पादरी किम जू चिअल ने यह कहते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया, “सभी जातियों को सब कुछ जो परमेश्वर ने आज्ञा दी है, मानना सिखाने के लिए विदेशी भाषा एक महत्वपूर्ण साधन है। यदि आप आत्माओं को बचाने का अपना लक्ष्य स्पष्ट करके विदेशी भाषा सीखें और संसार में जाएं और खुद को सुसमाचार के लिए समर्पित करें, तो अद्भुत परिणाम प्राप्त करेंगे(2तीम 4:1)।”

ⓒ 2017 WATV

“अब हम 13वीं विदेशी भाषा बाइबल प्रचार प्रतियोगिता शुरू करेंगे!”

उद्घाटन की घोषणा के तुरन्त बाद प्रतियोगिता शुरू हुई। प्रतिभागियों को कुल 160 ग्रूपों में विभाजित किया गया था। उन्होंने विदेशी भाषा में परिश्रम से तैयार किए गए अपने प्रचार को प्रदर्शित किया। इस प्रतियोगिता में, कुल 22 भाषाएं बोली गईं जो मार्च में हुई 12वीं प्रतियोगिता में बोली गई भाषाओं की संख्या से दोगुनी से ज्यादा थीं। अंग्रेजी, फ्रेंच और जापानी जैसी लोकप्रिय विदेशी भाषाओं के अतिरिक्त, बहुत से प्रतिभागियों ने स्लोवाक, बल्गेरियाई, इंदोनेशियाई और थाई जैसी अपरिचित भाषाओं में भी प्रचार किया।

बहन यु हा–यन(सियोल) ने जिसने म्यांमार भाषा में प्रचार किया, यह कहा, “मुझे एक नई भाषा सीखनी थी, लेकिन मेरे पास कुछ भी नहीं था। एक पाठ्यपुस्तक भी पाना आसान नहीं था। लेकिन चूंकि किसी को म्यांमार में जाकर सुसमाचार का प्रचार करना है जिसकी आबादी कोरिया के बराबर है, इसलिए मैंने यत्न से इसकी तैयारी की।”

परीक्षकों ने कहा कि 12वीं प्रतियोगिता की तुलना में भाषा बोलने की प्रतिभागियों की क्षमता बढ़ गई है। नई भाषाओं के परीक्षकों ने भी कहा, “उन्हें भाषाओं की पढ़ाई किए हुए ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन हैरानी की बात है कि उन्होंने भाषा की ठोस नींव के साथ धाराप्रवाह ढंग से प्रचार किया। वे नौसिखियों की तरह नहीं दिखते थे। प्रचार सुनते हुए हम में विदेशी मिशन के प्रति उनका उत्साह पूरी तरह संचारित किया गया।”

ⓒ 2017 WATV

प्रतियोगिता के बाद, पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। पुरस्कार 70 सदस्यों को प्रदान किए गए जिन्होंने अधिक अंक प्राप्त किए थे। माता ने स्वयं विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए और उन्हें आशीष दी। माता ने सभी प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना करते हुए आशा की कि सभी संतान सुसमाचार का कार्य पूरा करने वाले नायक बनें और अनन्त स्वर्गीय पुरस्कार का आनन्द उठाएं।

भाई छवे वन–सक(सुवन, अंग्रेजी भाषा में पुरस्कार विजेता) जिसने 5,000 प्रतिभागियों के सामने पुरस्कार विजेताओं के प्रतिनिधि के रूप में प्रचार किया था, उसने कहा, “मैं अंग्रेजी की पढ़ाई कर रहा हूं, इसलिए आत्माओं को बचाने का मिशन मुझे और अधिक प्रेरणा प्रदान करता है। मैं सिर्फ ज्ञान पाने के लिए ही नहीं, बल्कि गहन अध्ययन के द्वारा जीवन बचाने के लिए पूरी कोशिश करूंगा।”

बहन पार्क सुक–जीन(उइजंगबु, यूनानी भाषा में पुरस्कार विजेता) ने कहा, “यूनान में प्रचार करते समय चूंकि मेरे पास कोरिया भाषा में लिखी हुई कोई यूनानी पाठ्यपुस्तक नहीं थी, इसलिए मैं अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक और शब्दकोश के साथ यूनानी भाषा की पढ़ाई करती थी। मैं बहुत दुखी और निराश थी जब मैं अपने उत्सुक मन को व्यक्त नहीं कर सकती थी। मैं ऐसे विश्वास और भाषा की क्षमता के साथ जो परमेश्वर के बेचैन मन को व्यक्त करने के लिए पर्याप्त है, यूरोप में सुसमाचार का कार्य पूरा करना चाहती हूं।”

एक योजना जो आम तौर पर तीन दिनों में नाकाम हो सकती है, वह यह है, विदेशी भाषा की पढ़ाई करना। लेकिन प्रतिभागियों ने अपना संकल्प व्यक्त किया, “हम विश्वास और प्रेम के साथ जिसे परमेश्वर ने हम में बोया है, सात अरब लोगों को प्रचार करने के लिए हर प्रयास करेंगे।” प्रतिभागियों की भाषाएं जो तैयार की गई थीं, अलग–अलग थीं, लेकिन उनका मन उस नारे के जैसा ही था जो उन्होंने उस दिन लगाया।

“हम यहां हैं। हमें भेजिए! हम सभी जातियों को राज्य के सुसमाचार का प्रचार करेंगे!”