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South Korea

वर्ष 2015 विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए नए सत्र के शुभारंभ अवसर पर आराधना

  • Nation | कोरिया
  • Date | March 01, 2015

वर्ष 2015 में कोरिया के विश्वविद्यालय के सभी छात्र सदस्य नए सत्र के शुभारंभ अवसर पर आराधना करने के लिए नववर्ष का नव शिक्षा सत्र आरम्भ होने से पहले ओकछन गो एन्ड कम संस्थान में इकट्ठे हुए।

हर वर्ष चर्च ऑफ गॉड विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए नए सत्र के शुभारंभ अवसर पर आराधना आयोजित करता है, ताकि छात्र जो यत्न से पढ़ाई करके अपने भविष्य के लिए तैयारी कर रहे हैं, वे अपने विश्वास को मजबूत कर सकें और उचित धारणाओं का निर्माण कर सकें। 1 मार्च को लगभग 3,000 छात्रों ने आराधना में हिस्सा लिया और परमेश्वर के वचनों को सुना और विभिन्न शिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग लिया। इसके द्वारा, उन्होंने कैंपस के जीवन में, जो नए सिरे से शुरू हुआ, पहला कदम रखा।

ⓒ 2015 WATV
The university students are paying attention to education after the service.
आराधना में प्रधान पादरी किम जू चिअल ने “अभ्यास के महत्त्व” पर जोर दिया। उन्होंने “कल्पनाओं का फल,” शीर्षक के साथ उपदेश दिया। उन्होंने कहा, “हमारे विचारों से परिणाम निकलते हैं। हम जो भी करें, हमें ऐसा सोचते हुए हिचकिचाना नहीं चाहिए कि उसका पूरा होना असंभव है, लेकिन जो हमारे मन में है उसे सकारात्मक सोच से अभ्यास में लाना चाहिए। तब वह पूरा होगा जैसे यीशु ने कहा, ‘तुम्हारे विश्वास के अनुसार तुम्हारे लिए हो।’ ”

उसके बाद, उन्होंने सुसमाचार का समाचार बताया जो अमेरिका, भारत इत्यादि देशों में तेजी से फैल रहा है, और छात्रों से इस पर विचार करने के लिए कहा कि इस युग में जब दुनिया में बहुत से लोग सत्य के लिए प्यासे हैं, उन्हें भोर की ओस के रूप में क्या करना चाहिए, और साथ ही उन्होंने छात्रों को अपने दोस्तों, जुनियर्स और सीनियर्स के साथ स्वर्ग की आशा बांटकर अपना कैंपस का जीवन अर्थपूर्ण रूप से जीने के लिए प्रोत्साहित किया(यिर्म 6:16–19)।

आराधना के बाद, उन छात्रों ने जो दूसरों के लिए अच्छे आदर्श साबित हुए, विश्वविद्यालय में अपना अनुभव कैसा रहा, इसके विषय में बताते हुए कहा कि वे शारीरिक और आत्मिक रूप से वांछित परिणाम प्राप्त होने तक अपने स्कूल के जीवन में चिंताओं, परीक्षाओं और मुश्किलों से कैसे उबर सके। उनकी ईमानदार और मजेदार बातों ने श्रोताओं को हंसाया और उनकी सहानुभूति बटोर ली।

कोरियाई विश्वविद्यालय के छात्रों के प्रस्तुतिकरण के बाद, विदेशी विश्वविद्यालय के छात्र सदस्यों की गतिविधियों की रिपोर्ट का प्रस्तुतिकरण किया गया; वे बड़े जोश के साथ परमेश्वर के प्रेम को अभ्यास में ला रहे थे। इस रिपोर्ट में उन छात्र सदस्यों की गतिविधियों को दिखाया गया जो तूफान पीड़ितों की सहायता, बच्चों के अस्पताल में खिलौनों का दान, बुजुर्गों के लिए सांत्वनादायक पार्टियां, रक्तदान ड्राइव और बाइबल सेमिनार आदि विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा संसार के नमक और ज्योति के रूप में अपने समाज और कैंपस पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसने इस युग में विश्वविद्यालय के छात्रों को दिशा–निर्देश दिए। सभी प्रस्तुतिकरणों के बाद, उन्होंने एक आकर्षक वीडियो देखा जिससे उन्होंने महाविद्वानों के वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर स्वर्गदूतों की दुनिया के सिद्धांत का ज्ञान प्राप्त किया।

प्रशिक्षण के शुरू से अन्त तक छात्रों ने यह कहते हुए बड़े मुस्कान के साथ सिर हिलाया, “हम नए सत्र को परमेश्वर की शिक्षाओं के साथ शुरू कर सके, इसके लिए हम बहुत आभारी हैं।” बहन किम यु जीन(इन्हा विश्वविद्यालय से) ने जो विश्वविद्यालय का आखिरी साल बिता रही थी, अपने विचारों को व्यक्त किया और बताया, “मैं हमेशा कोई न कोई योजना बनाती थी, लेकिन मैं अपनी स्थिति के बारे में चिंता करते हुए उसे पूरा करने में हिचकिचाती थी और अपने समय को व्यर्थ गंवाती थी। चूंकि यह वर्ष मेरा विश्वविद्यालय का आखिरी वर्ष है, मैं पहले छोटी चीजों को अमल में लाने का हर संभव प्रयास करूंगी ताकि मुझे कोई अफसोस बाकी न रह जाए।” और उसने जुनियर्स के लिए एक स्नेह–भरी सलाह जारी करते हुए कहा, “मैं आशा करती हूं कि वे सभी अपने लक्ष्य और योजनाओं को पूरा करते हुए बढ़िया परिणाम पाएं।” विश्वविद्यालय में नया प्रवेश लेने वाले छात्र–छात्राओं ने जिन्हें नए जीवन के प्रति डर और उत्साह की मिश्रित अनुभूति थी, दृढ़ संकल्प लेकर कहा, “जब हमने बाइबल और सीनियर्स के शब्दों को सुना, तब हमारी अस्पष्ट चिंताएं मिट गईं। हम अपने विश्वास के जीवन को और स्कूल के जीवन को अर्थपूर्ण तरह से जीएंगे, क्योंकि समय बीत जाने पर वापस नहीं आता।”

आकाश जिसने सुबह से चारों तरफ ओलानुमा बर्फ बिखेर दिए थे, जल्द ही चमक उठा, और सूर्य ने घर लौट रहे छात्र सदस्यों पर प्रकाश डाला। हम आशा करते हैं कि वे और अधिक परिपक्व बनें। सीनियर्स छात्रों पर जिन्होंने नया सत्र शुरू किया है, और नए छात्रों पर जिन्होंने अभी–अभी बड़ी आशा के साथ कैंपस में पहला कदम रखा है, परमेश्वर की आशीष हमेशा बनी रहे!

ⓒ 2015 WATV
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